Nupur Sharma suspension case:- कतर में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के दौरे के दौरान की गई मांग पर ही कार्रवाई क्यों?..

Know BJP’ event The event was organised by the BJP’s foreign affairs cell at the party headquarters "भाजपा को जानने के लिए” अभियान को झटका

Nupur Sharma suspension case:- कतर में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के दौरे के दौरान की गई मांग पर ही कार्रवाई क्यों?..

पैगंबर पर टिप्पणी के दस दिन बाद नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर एक्शन के लिए क्यों मजबूर हुई बीजेपी, जानें प्रमुख कारण

भारतीय जनता पार्टी ने जहां कई दिनों तक अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा का tv डिबेट में कही गई बातों पर बचाव किया . देश भर में मुस्लिम संगठनों और विपक्षी राजनैतिक दलों की मांगों पर भी करवाई नही की गई . वहीं अचानक कार्रवाई करते हुवे नुपुर शर्मा को नोटिस जारी कर जांच पूरी होने तक  सस्पेंड कर दिया गया . वहीं नवीन कुमार जिंदल को 6 वर्ष के लिए पार्टी से बाहर कर दिया गया है। जहां स्थानीय विपक्षी दलों की मांग को तवज्जो नहीं दी गई वहीं जब दूसरे इस्लामिक देश विरोध करते है तो अचानक की गई कार्रवाई के बाद जहां देश में नई बहस छिड़ गई है वहीं इस कार्रवाई के कुछ प्रमुख कारण है। आइए जानते है क्या है वह कारण : _

कतर कुवैत ईरान आदि इस्लामिक देशों ने भारतीय राजनयिक को बुला कर अपना विरोध जताया गया था साथ ही सरकार पर सार्वजनिक माफी और उन नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा के लिए कतर ने आधिकारिक बयान जारी किया था साथ ही अरब देशों में भारतीय उत्पादों का बायकॉट करने को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड किया जा कर दबाव बनाया जा रहा था।

व्यापार पर हो रहा था असर

भाजपा नेताओं की इन टिपण्णी के बाद अरब देशों में भारत के वस्तुओं के बॉयकाट की मांग हो रही थी। ऐसी खबरे भी आई कि कई स्टोर्स से भारतीय लोगों को नौकरी से निकाल भी दिया गया। करीब 65 लाख भारतीय अरब देशों में रहते हैं और अपना जीवन यापन करते हैं। वहीं पिछले कुछ वर्षों में अरब देशों से व्यापारिक समझौतों के चलते भारत का अधिकतर आयत गल्फ कंट्री से रहा है ऐसे में भारत अपने बड़े व्यापारिक नुकसान नहीं उठा सकता था। क्योंकि2020-2021 में कुल द्विपक्षीय व्यापार में गल्फ देशों के साथ भारत के व्यापार का कुल मूल्य 87 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था।

उपराष्ट्रपति के दौरे के समय विवाद

भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अरब देश कतर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं और अरब देशों के बीच व्यापार को लेकर ये दौरा काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन उनके दौरे के बीच कतर द्वारा बीजेपी नेताओं की टिप्पणियों का विरोध किया जा रहा था इससे भारत बातचीत में असहज महसूस कर रहा था, जिसके चलते बीजेपी द्वारा यह फैसला लिया गया। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने स्वीकारा कि भारत की लगभग 40 प्रतिशत गैस आवश्यकताओं को कतर से पूरा किया जाता है और एक व्यापक ऊर्जा साझेदारी में खरीदार-विक्रेता संबंधों से आगे बढ़ने की आवश्यकता का आह्वान भी किया।

Know BJP’ event  "भाजपा को जानने के लिए”  अभियान को झटका

जब भारतीय जनता पार्टी “भाजपा को जानने के लिए” नामक अभियान के माध्यम से कई देशों तक पहुंच बना रही है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब पार्टी और उसकी विचारधारा को समझने में मदद करने के लिए बीजेपी कई देशों के शीर्ष राजदूतों को अपने मुख्यालय बुला रही है। सूत्रों  कि माने तो गल्फ क्षेत्र के कुछ देशों के राजदूतों के साथ इस तरह की बैठकें हो चुकी हैं और आने वाले समय में कई और बैठकें होने की उम्मीद है। बीजेपी नेता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद पार्टी के अभियान को बड़ा नुकसान होने की आसंका जताई जा रही है।

देश में हो रही हिंसा की घटनाओं में  हो सकता था इजाफा

देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और यूपी मुख्यमंत्री 3 जून को कानपुर में थे उसी समय वहां दो समुदायों ने हिंसा शुरू हो गई थी। पहले भी पिछले कुछ दिनों में देश के अलग अलग राज्यों के कई स्थानों पर हिंसा की घटना हो चुकी है, कानपुर में भी नूपुर शर्मा के बयान को लेकर मुस्लिम संगठनों ने बंद का ऐलान किया था और इसी दौरान हिंसा शुरू हो गई। देश में किसी अन्य जगह पर ऐसी घटना न हो, इसलिए भी पार्टी को ये फैसला लेना पड़ा।